top of page

न्यूजीलैंड में अब नहीं रख पाएंगे अपने घर में खतरनाक हथियार लगा प्रतिबंध।

  • jizza
  • Apr 17, 2019
  • 3 min read

आपको बता दें कि कुछ महीने पहले हुए न्यूजीलैंड के दो मस्जिदों में हमले के बाद तकरीबन 50 लोग मारे गए थे जिसमें खतरनाक हथियार का इस्तेमाल किया गया था और 50 मासूम लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था जिसे लेकर पूरे दुनिया में गम का माहौल बन गया था आप लोगों ने अपना गम जाए किया था इसे लेकर न्यूजीलैंड सरकार ने काफी कड़े कदम उठाए हैं और हथियार रखने के कानून में काफी बदलाव की है और एक कानून भी बना दिया जिससे लोग अब खतरनाक हथियार अपने पास नहीं रख पाएंगे।

आपको बता दें कि क्राइस्टचर्च में हुए हमले के बाद न्यू जीलैंड सरकार ने इंसानियत की मिसाल पेश की ओर मुसलमानों के लिए बढ़-चढ़कर आगे आकर काम किया ताकि लोगों को यह ना लगे कि उनकी सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है न्यूजीलैंड सरकार ने मुसलमानों का खुलकर समर्थन किया और यहां तक के जान को भी लाइव कर दिया गया और नमाज को भी लाइक कर दिया गया जिसके बाद न्यूजीलैंड सरकार ने एक बिल पास किया जिसमें ऑटोमेटिक बंदूक और सेमी ऑटोमेटिक बंदूक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और गैरकानूनी करार दिया गया है अभी फिलहाल सभी तरह के बंदूकों पर रोक लगा दी गई है।

आपको बता दें कि जिस तरह न्यूजीलैंड सरकार ने काम किया है वह काबिले तारीफ है क्योंकि जिस जगह भी आतंकवादी हमले होते हैं और जगह मुसलमानों को ही उसका जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है लेकिन न्यूजीलैंड में हुए आतंकवादी हमले ने और वहां के लोगों ने यह साबित कर दिया कि आतंकवाद किसी धर्म से नहीं जुड़ा है बल के वह एक चरमपंथी गुट है जो इंसानियत के खिलाफ काम कर रहा है वह हर धर्म के खिलाफ है।

न्यूजीलैंड में अब नहीं रख पाएंगे अपने घर में खतरनाक हथियार लगा प्रतिबंध

आपको बता दें कि कुछ महीने पहले हुए न्यूजीलैंड के दो मस्जिदों में हमले के बाद तकरीबन 50 लोग मारे गए थे जिसमें खतरनाक हथियार का इस्तेमाल किया गया था और 50 मासूम लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था जिसे लेकर पूरे दुनिया में गम का माहौल बन गया था आप लोगों ने अपना गम जाए किया था इसे लेकर न्यूजीलैंड सरकार ने काफी कड़े कदम उठाए हैं और हथियार रखने के कानून में काफी बदलाव की है और एक कानून भी बना दिया जिससे लोग अब खतरनाक हथियार अपने पास नहीं रख पाएंगे।

आपको बता दें कि क्राइस्टचर्च में हुए हमले के बाद न्यू जीलैंड सरकार ने इंसानियत की मिसाल पेश की ओर मुसलमानों के लिए बढ़-चढ़कर आगे आकर काम किया ताकि लोगों को यह ना लगे कि उनकी सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है न्यूजीलैंड सरकार ने मुसलमानों का खुलकर समर्थन किया और यहां तक के जान को भी लाइव कर दिया गया और नमाज को भी लाइक कर दिया गया जिसके बाद न्यूजीलैंड सरकार ने एक बिल पास किया जिसमें ऑटोमेटिक बंदूक और सेमी ऑटोमेटिक बंदूक पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और गैरकानूनी करार दिया गया है अभी फिलहाल सभी तरह के बंदूकों पर रोक लगा दी गई है।

आपको बता दें कि जिस तरह न्यूजीलैंड सरकार ने काम किया है वह काबिले तारीफ है क्योंकि जिस जगह भी आतंकवादी हमले होते हैं और जगह मुसलमानों को ही उसका जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है लेकिन न्यूजीलैंड में हुए आतंकवादी हमले ने और वहां के लोगों ने यह साबित कर दिया कि आतंकवाद किसी धर्म से नहीं जुड़ा है बल के वह एक चरमपंथी गुट है जो इंसानियत के खिलाफ काम कर रहा है वह हर धर्म के खिलाफ है।

 
 
 

Comentarios


bottom of page